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🅰️✍️ खबर है राजस्थान राज्य से जहां पर।
राजस्थान के खेतड़ी में क्या वन विभाग में सुधार की आवश्यकता है या नहीं है?
जयपुर, राजस्थान,13 नवंबर 2024,(हमारे हार्दिक वल्लभ श्रद्धापुंज रेजीडेंट राजस्थान एंड हरियाणा जनरल एंड मैनेजिंग एडिटर राजेश कुमार शर्मा मिश्र गुरु जी साहब काका मोबाईल वाट्स ऐप नंबर 8279020996 अर्थात एट टू सेवन नाइन जीरो टू जीरो नाइन नाइन सिक्स, सिंघाना झुंझुनूं राजस्थान भारतवर्ष, सिंघाना सतनाली वाले वरिष्ठ अनुभवी व्यापक चर्चित व्यापक पहचान धारक सेलीब्रेटेड राष्ट्रीय पत्रकार राजेश कुमार शर्मा मिश्र सिंघाना वासी की लेखनी से लिखित खबर) अपुन सभी भारतीयों के वल्लभ भारतवर्ष राष्ट्र अंतर्गत राजस्थान राज्य अंतर्गत नीमकाथाना जिला अंतर्गत खेतड़ी के माननीय सम्माननीय बुलंद इकबाल धारी वन विभाग की 13 नवंबर 2024 को स्थानीय मीडिया में छपी एक खबर( जिसका सारांश ये है कि खेतड़ी क्षेत्र में खेतड़ी क्षेत्र के वन कर्मियों को अवलोकन करके शिकारी कुल 54 मृत पक्षियों के शव ,जिनमें माननीय सम्माननीय संरक्षणीय राष्ट्रीय पक्षी मोर के 12 माननीय सम्माननीय शव भी शामिल बताए जा रहे हैं मीडिया खबरों के मुताबिक, के बोरे पटक कर ,चकमा देकर भाग जाने में सफल रहे और खेतड़ी के माननीय सम्माननीय बुलंद इकबाल धारी वन विभाग की माननीय सम्माननीय बुलंद इकबाल धारी टीम पहले से सूचना होने के बावजूद शिकारियों को कथित पकड़ नहीं पाई ।) को पढ़कर क्या हमारा अखबार सबको माननीय सम्माननीय मानकर सबसे ईमानदार गंभीर सभी नियम पालक कातर विनम्र अनुशासित मर्यादित सर्वजन हार्दिक भाईचारा पालक पत्रकार माननीयता मांग कर, दया सम्मान संरक्षण मांगकर, क्या ये प्रश्न पूछ सकता है या नहीं पूछ सकता है कि क्या मीडिया की इस खबर का प्रकरण खेतड़ी नीमकाथाना क्षेत्र में और राजस्थान सरकार में क्या तूल पकडेगा या नहीं पकडेगा? ये प्रकरण खेतड़ी उपखंड प्रशासन नीमकाथाना जिला प्रशासन और राजस्थान सरकार को इस बात के लिए बाध्य करेगा या नहीं करेगा कि निष्पक्ष जांच में वास्तव में त्रुटियां पाए जाने पर क्या इस प्रकरण को लेकर क्या खेतड़ी वन विभाग में व्यापक स्थानांतरण व्यापक प्रशासनिक दंडात्मक कार्यवाही सहित व्यापक सुधार होंगे या नहीं होंगे ? होने चाहिए या नहीं होने चाहिए? और क्या ये प्रकरण क्या खेतड़ी वन विभाग में निष्पक्ष जांच में त्रुटिवान पाए जाने पर व्यापक स्थानांतरण व्यापक प्रशासनिक दंडात्मक कार्रवाई सहित व्यापक सुधार की आवश्यकता प्रतिपादित करता है या नहीं करता है? क्या इन प्रश्नों का माकूल और कारगर जायज उत्तर खेतड़ी नीमकाथाना प्रशासन और राजस्थान सरकार द्वारा दिया जाएगा या नहीं दिया जाएगा ? और क्या इन प्रश्नों का उत्तर दिया जाना चाहिए या नहीं दिया जाना चाहिए? क्या इन प्रश्नों पर खेतड़ी नीमकाथाना प्रशासन और राजस्थान सरकार के स्तर पर और मीडिया के स्तर पर मंथन होना चाहिए या नहीं होना चाहिए ? यहां सबकी दया सम्मान संरक्षण से ये भी उल्लेखनीय है कि 13 नवंबर 2024 को स्थानीय मीडिया में छपी उक्त वर्णित खबर में खेतड़ी के माननीय सम्माननीय बुलंद इकबाल धारी खेतड़ी वन विभाग का ये माननीय सम्माननीय वर्जन छपा है कि इस मामले की छानबीन की जा रही है । फरार हुए आरोपियों की जल्द पहचान कर उन्हें पकड़ लिया जाएगा । अब यहां हमारा अखबार सबसे दया सम्मान संरक्षण मांग कर क्या ये प्रश्न पूछ सकता है या नहीं पूछ सकता है कि मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक जब स्थानीय मीडिया में ये छपा है कि पहले से सूचना होने के बावजूद खेतड़ी वन विभाग की टीम शिकारियों को नहीं पकड़ पाई , तो क्या खेतड़ी वन विभाग से इस प्रकरण के संदर्भ में क्या खेतड़ी उपखंड प्रशासन नीमकाथाना जिला प्रशासन को क्या सवाल जवाब करना चाहिए या नहीं करना चाहिए क्या ? क्योंकि उक्त वर्णित मीडिया खबरों में माननीय सम्माननीय बुलंद इकबाल धारी खेतड़ी वन विभाग के हवाले से ये छपा है कि मुखबीर के जरिए सूचना मिली थी कि एक मोटर साईकिल पर सवार दो व्यक्ति माननीय सम्माननीय संरक्षणीय राष्ट्रीय पक्षी मोरों को मारकर बुहाना से खडखडा ले जा रहे हैं। क्या इस उक्त वर्णित तथ्य के कारण, कि पहले से सूचना होने के बावजूद खेतड़ी वन विभाग की टीम शिकारियों को नहीं पकड़ पाई, क्या खेतड़ी वन विभाग को क्या इसके लिए त्रुटिवान ठहराया जा सकता है या नहीं ठहराया जा सकता है ? और क्या खेतड़ी उपखंड प्रशासन को और नीमकाथाना जिला प्रशासन को क्या खेतड़ी वन विभाग की उक्त वर्णित खबर के संदर्भ में क्या निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए या नहीं करवानी चाहिए ? यहां सबकी दया सम्मान संरक्षण से क्या हमारा अखबार ये भी पूछ सकता है या नहीं पूछ सकता है कि मीडिया में छपी खेतड़ी वन विभाग से संबंधित उक्त वर्णित खबर को क्या नीमकाथाना प्रेस मीडिया वाट्स ऐप ग्रुप में मीडिया को प्रस्तुत किया गया था या नहीं प्रस्तुत किया गया था ? और यदि मीडिया को यदि प्रस्तुत नहीं किया गया था तो क्यों प्रस्तुत नहीं किया गया था ?
हमारा अखबार सबसे दया सम्मान संरक्षण मांग कर, यहां ये कातर विनम्रता पूर्वक गंभीरतापूर्वक स्पष्ट कर देना चाहता है कि हम हमारी ओर से कोई भी निष्कर्ष यहां नहीं निकाल रहें हैं ,हम तो स्थानीय मीडिया में 13 नवंबर 2024 को छपी उक्त वर्णित खेतड़ी वन विभाग की उक्त वर्णित खबर को आधार बनाकर ईमानदारी पूर्वक गंभीरतापूर्वक सभी नियम पालना पूर्वक कातर विनम्रतापूर्वक पूछ रहे हैं कि स्थानीय मीडिया में 13 नवंबर 2024 को छपी खेतड़ी वन विभाग के कर्तव्य निर्वाहन क्षेत्र से संबंधित उक्त वर्णित खबर क्या उक्त वर्णित विभिन्न ईमानदार गंभीर सभी नियम पालक कातर विनम्र समाज हित कारक प्रश्न पूछने का अवसर देती है या नही देती है , क्या इस अवसर पर उक्त वर्णित प्रश्न पूछे जा सकते हैं या नहीं पूछे जा सकते हैं ?क्या इस अवसर पर उक्त वर्णित प्रश्न पूछे जाने चाहिएं या नहीं पूछे जाने चाहिएं? क्या खेतड़ी उपखंड प्रशासन खेतड़ी वन विभाग और नीमकाथाना जिला प्रशासन को क्या नीमकाथाना प्रेस मीडिया वाट्स एप ग्रुप में उक्त वर्णित प्रश्नों का उत्तर देना चाहिए या नहीं देना चाहिए ? क्या देंगे या नहीं देंगे? ये भविष्य के गर्भ में है या नही है ,बताएं कोई माननीय सम्माननीय दयालु अथोरिटी साहब दया सम्मान संरक्षण पूर्वक ईमानदारी पूर्वक गंभीरता पूर्वक सभी नियम पालना पूर्वक।
राजस्थान से वरिष्ठ संवाददाता राजेश कुमार शर्मा के साथ यूथ कॉर्नर न्यूज विशेष संवाददाता अंकित अग्रहरि की खास रिपोर्ट।
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