रिपोर्ट बृजेश सिंह 

जब खुद की लगी नौकरी दांव पर तो साहब ने आनन फानन में दर्ज कर लिया मुकदमा।
क्योंकी द्वार पर आकर खड़े थे जिले के मुखिया कप्तान।


दीदारगंज थाना परिसर में अफरा तफरी तब मची जब अचानक पुलिस कप्तान का काफिला थाने पहुंचा ।हुआ यह था की गत दिवस पहले स्थानीय थाना क्षेत्र के खरसहन खुर्द गांव निवासी राजेश कुमार 24 पुत्र साहब लाल नें अपने फेसबुक एकाउंट पर प्रभु श्रीराम जी पर अभद्र टिप्पणी किया था जिससे नाराज सनातन धर्मियों तथा हिंदू संगठनों ने थाना प्रभारी अखिलेश कुमार से शिकायत की थी तो संगठन का दबाव देख इंस्पेक्टर साहब तो आरोपी को थाने पर उठा लाए थे पर सामने से साहब को ऐसा ऑफर मिला की साहब फूले नहीं समाए और थाने में ही भगवान राम जी के नाम पर सौदाबाजी सुरु कर दी।और हुआ भी वैसा जैसा साहब सोचते थे जैसे ही जेब गर्म हुआ तो साहब सब नियम कानून ताखे पर रख आरोपी को कुछी समय में छोड़ दिए उधर दूसरी तरफ थानेदार साहब की सारी करतूत पता चलते ही हिंदू संगठन व भाजपा नेताओं में काफी आक्रोश व्याप्त हो गया ।फिर क्या सीओ से लेकर एसपी तक और डीआईजी से डीजीपी तक ले दाना दन शिकायते होना शुरू हो गईं और जब लगातार थानेदार साहब के सीयूजी से लेकर पर्सनल (फोन)नंबर की घना घन घंटियां बजने लगी तो साहब बौखला गए। उधर हिंदू वादी संघटानो व भाजपा नेताओं का आक्रोश व नाराजगी देख कप्तान साहब खुद काफिला लेकर थाने के तरफ रवाना हो गए और जब तक थानेदार साहब कुछ समझ पाते तब तक देखते ही देखते कप्तान साहब का काफिला सायरन( हूटर ) बजाते हुए आकर खड़ा हो गया। जहां अचानक सायरन की आवाज सुनते ही थानेदार साहब के कान खड़े के खड़े और आंख खुली की खुली रह गई क्योंकि एक तरफ भाजपा नेता व हिंदू संगठन के कार्यकर्ता तो दूसरी तरफ खुद जिले के पुलिस विभाग के मुखिया कप्तान साहब खड़े है । फिर क्या थाने पर भगवा गमझा का हुजूम देख कप्तान साहब ने थानेदार की क्लास लेना शुरू कर दी और जहां हाई कमान के 20 मिनट के जबाब सवाल में फसे थानेदार साहब को हिदायत देकर कप्तान साहब ने छोड़ा तो थानेदार साहब पसीना पोछते किसी प्रकार बाहर निकले और भाजपा मंडल मैगना अध्यक्ष सूरज कुमार अग्रहरि के शिकायत पर तुरंत मुकदमा दर्ज कर लिया और आरोपी की तलाश में जुट गए। बताते चलें की उक्त श्री राम चंद्र जी के ऊपर अभद्र टिप्पणी के संबंध में स्थानीय पत्रकार बृजेश कुमार सिंह ने लगातार अपने राष्ट्रीय समाचार पत्र में खबर प्रकाशित किया था जिसका ये नतीजा निकला की जनपद के सभी हिंदू संगठनो व भाजपा नेताओं का ध्यान उक्त प्रकरण पर केंद्रित हुआ। जिसके चलते थाना प्रभारी अखिलेश कुमार को बैक फुट पर आकर मुकदमा दर्ज करना पड़ा। वहीं दीदारगंज थाना परिसर से अपने कार्यकर्ताओं संग बाहर निकलते हुए मंडल अध्यक्ष ने पत्रकारों से मुखाविर होते कहा की हमारा मुकदमा कर्ज कर लिया गया व अग्रिम कार्यवाई का आश्वाशन मिला।अब क्षेत्रीय जनों को 
 इंतजार उस घड़ी की है की कब आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य का शिकंजा दीदारगंज थाना प्रभारी अखिलेश कुमार पर चलता है।

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