पुलिस कस्टडी से छूटने के बाद रवीश तिवारी ने कहा हम कुंवर साहब के लोग हैं डरने वालों में से नहीं
सत्य को परेशान तो किया जा सकता है लेकिन पराजित नहीं किया जा सकता और सत्य की विजय हुई - रवीश चंद्र तिवारी

कुंवर साहब और हमारी गिरफ्तारी ने साबित कर दिया की उज्जवल रमण सिंह सांसद बनने जा रहे हैं

 कहा कि जिस तरीके से प्रशासन ने हमको और हमारे नेता को गिरफ्तार किया है उसे साबित हुआ है कि आने वाले 4 जून को प्रयागराज की जनता इनको जवाब दे चुकी है और सांसद कुंवर उज्जवल रमण सिंह बनने वाले हैं उन्होंने कहा कि प्रयागराज पुलिस प्रशासन को आगे कर कर मोदी और योगी सरकार प्रयागराज की सीट को जीतना चाहती है लेकिन उनको यह नहीं पता है कि वह किससे चुनाव लड़ रहे हैं यह कुंवर साहब हैं और कुंवर साहब डरने वालों में से नहीं है कुंवर साहब संघर्ष करने वालों में से हैं जिस तरीके से कुंवर साहब के कार्यकर्ताओं को लाल कार्ड दिया गया और विपक्ष के किसी भी नेता को लाल कार्ड नहीं दिया गया बावजूद इसके जब कुंवर साहब के मतदाता बूथ पर मत देकर बाहर निकलते हैं तो उनके नेताओं को परेशान किया जाता है और जबरन गिरफ्तार कर लिया जाता है और जब पुलिस प्रशासन से यह पूछा जाता है कि हमें किस लिए उठाया गया है तो एसओजी पुलिस प्रशासन मौन धारण कर लेता है इसी प्रकार से करछना के से सपा के पूर्व सदस्य जिला पंचायत रवीश चंद तिवारी जो अपना मतदान करके बाहर निकले थे तभी वहां पहुंची एसओजी की टीम ने उन्हें अपने गाड़ी में बैठा लिया और उन्हें दवा तक नहीं खाने दिया गया उन्होंने बताया कि यह एसओजी की पुलिस उन्हें मतदान खत्म होने के पहले तक सड़क पर लेकर घूमती रही जिसमें रवीश चंद्र तिवारी ने बार-बार उनसे पूछा कि मुझे किस अपराध में आप लोगों ने उठाया है लेकिन एसओजी की टीम कोई भी जवाब नहीं दे रही थी उसके बाद एस ओ जी की टीम ने करछना थाने पर हमको पुलिस को सौंप दिया गया जब हमने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से और इंस्पेक्टर साहब से या पूछा कि हमें किस जुर्म में यहां पर बैठाया गया है तो वहां भी किसी भी पुलिस वालों ने कुछ भी बोलने की ज़हमत नहीं उठाई हमारे द्वारा कई बार यह प्रश्न किया गया कि मेरी गलती क्या थी जो आप लोगों ने मुझे थाने पर बैठाया है पहले तो यह एस ओ जी की टीम ने मुझे मतदान स्थल से उठा लिया उसके बाद वह हमें करछना थाने पर ले आई है लेकिन मेरा कसूर भी नहीं बताया जा रहा है कि मैं किसी अपराध में यहां पर बैठा हूं आपको बता दें कि
पिछले दिनों रवीश चंद तिवारी के यहां रात में थाना प्रभारी करछना मनोज और अतिरिक्त थाना प्रभारी गणेश तिवारी सहित एसओजी और थाने की 25 लोगों की फोर्स के साथ पूरे घर को घेर लिया गया था घर वालों से अभद्रता की गई थी, महिलाओं से भी अभद्रता की गई थी और उनके सीसीटीवी फुटेज का डिवीआर भी उठा ले गई थी सभी घर वालों के मोबाइल छीन लिए गए थे और किसी एक प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव डाला गया था और जेल भेजने की धमकी दी गई थी पुलिस के द्वारा और जिसकी शिकायत रवीश चंद्र तिवारी ने ऑनलाइन पोर्टल पर एप्लीकेशन भी किया था और चुनाव आयोग से भी इसकी शिकायत की गई थी 
और इन सभी बातों को बड़े अधिकारियों ने संज्ञान में भी लिया था और दोबारा ऐसी गलती ना होने की बात भी कही थी लेकिन बावजूद इसके रवीश चंद्र तिवारी दोपहर में अपना मतदान करने बूथ पर गए थे मतदान करके वापस बाहर निकल रहे थे तभी जो लोग उस दिन आये थे वही सब सादी वर्दी में पहुंचे एसओजी की टीम ने उनको अपने गाड़ी में बैठा लिया और वहां से निकल गए कहां लेकर गए हैं किसी को कोई जानकारी नहीं है जब एस ओजी प्रभारी नागेंद्र के नंबर पर फोन करके जानकारी लेनी चाही गई तो उन्होंने अपना नंबर बंद कर दिया अब यह सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या सच में प्रशासन दबंगई करके मतदान को प्रभावित कर रही है

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