रिपोर्ट पदमाकर पाठक


अलविदा कामरेड डॉ. अमरनाथ द्विवेदी!
डी.ए.वी. पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, आजमगढ़ के रसायन विज्ञान के सेवानिवृत्त शिक्षक, किसान -मजदूर आंदोलन से आजीवन निकट रहे व संक्रमणकालीन -भारत पत्रिका के संपादक डॉ. अमरनाथ द्विवेदी का निधन का 11 जनवरी 2024 को हो गया।वह जयपुर में अपने पुत्र के पास थे। पिछले चार साल से अस्वस्थ हालत में खासकर उनकी जीवन संगिनी जिन्हें अवधेश यादव अम्मा और हमलोग आंटीजी कहते हैं, ने कठिन तपस्या के साथ हर क्षण संभाल कर रखा। उनके सभी बेटे, बेटियों ने भी उनका कम ख्याल व प्यार नहीं दिया। लेकिन आंटी सबमें ख़ास हैं, इसीलिए उन्हें सम्हालना बहुत जरूरी है। डा.द्विवेदी हमलोग के लिए एक दोस्त के समान थे। आजमगढ़, मऊ, बलिया, जौनपुर......... यानि पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर अधिकांश राज्यों में भी सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं के सम्पर्क में बने रहें। किसान मजदूर आन्दोलन के प्रति उनकी हमदर्दी हमेशा बनी रही। तमाम मतभेदों के बावजूद उन्होंने किसान मजदूर पक्षधर आंदोलन के सभी धाराओं का सम्मान किया और मंच पर आलोचना के साथ अपनी बातों को भी पेश करते थे। तमाम बिंदुओं पर विमर्श-चक्र पर जोर देते थे।अच्छी बात थी कि वह कड़वा सच साफगोई के साथ बोलते थे। लाईन के सवाल पर कट्टरता इतनी थी कि भारतीय क्रान्तिकारी लाईन के आलावा कोई समझौता नहीं चाहते। लेकिन व्यवहार में भी इतने लचीला कि जैसे आप उनके सबसे प्रिय हो। शिक्षा के क्षेत्र के साथ किसान मजदूर आन्दोलन में डा. अमरनाथ द्विवेदी हमेशा याद रखें जायेंगे।

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