बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दिगंबर अखाड़ा से गहरा जुड़ाव है।गोरक्षपीठ की तीन पीढ़ियों का दिगंबर अखाड़े से जुड़ाव रहा है।सीएम के गुरु अवैद्यनाथ और परमहंस की काफी घनिष्ठता थी। सीएम भी अपनी पीढ़ी की परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं। दिगंबर अखाड़ा राममंदिर आंदोलन का प्रधान केंद्र भी रहा है।राममंदिर आंदोलन की पहली बैठक दिगंबर अखाड़े में हुई थी।उसमें राममंदिर निर्माण के लिए एक समिति का भी गठन किया गया, जिसके अध्यक्ष महंत अवैद्यनाथ बनाए गए थे। महंत अवेद्यनाथ सीएम योगी के गुरु रहे। 1989 में महंत रामचंद्र दास परमहंस को रामजन्म भूमि न्यास का पहला अध्यक्ष चुना गया। इसके बाद ही मंदिर आंदोलन को नई दिशा मिली।
रिपोर्ट पूनम चौरसिया प्रयागराज
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