श्याम जनम यादव की खास रिपोर्ट
SDM ज्योति मौर्या के नए वायरल वीडियो से हिल गया उत्तर प्रदेश, ज्योति मौर्य कौन हैं,पति को धोखा देने के साथ-साथ लगा भ्रष्टाचार का आरोप,फिल्म शादी में जरूर आना से मिलती जुलती है कहानी
इन दिनों उत्तर प्रदेश की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य सुर्खियों में छाई हुई है। उनके पति आलोक मौर्य ने आरोप लगाया है कि ज्योति एसडीएम बनने के बाद उससे नाता तोड़कर किसी और के साथ चली गई।लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। दरअसल ज्योति के पति आलोग ने मीडिया को एक डायरी सौंपी है(These days, Uttar Pradesh PCS officer Jyoti Maurya is in the headlines. Her husband Alok Maurya has alleged that Jyoti broke up with him after becoming SDM and went with someone else.But now the case has taken a new turn. In fact, Jyoti’s husband Alog has handed over a diary to the media) बताया जा रहा है कि 100 पन्नों की इस डायरी में पीसीएस अधिकारी द्वारा किए गए कथित भ्रष्टाचार का लेखा जोखा है। फिलहाल ये आरोप पति ने लगाए हैं, लेकिन मामले की सच्चाई तो जांच के बाद ही सामने आएगी।प्रयागराज के रहने वाले और वर्तमान में पंचायत राज विभाग में तैनात आलोक कुमार मौर्य ने डायरी के हर पन्ने के ऊपर और नीचे दोनों तरफ स्वस्तिक चिन्ह है। इसके अलावा, डायरी के प्रत्येक पन्ने पर विभिन्न व्यक्तियों से प्राप्त धन पैसे की जानकारी है। पति आलोक का दावा है कि यह लिखावट ज्योति की है। ज्योति मौर्या ने 2019 से 2021 तक कौशांबी चाय उपखंड में परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में कार्य किया। इस अवधि के दौरान, डायरी में भ्रष्टाचार से प्राप्त धन का लेखा-जोखा दर्ज है। केवल एक महीने, अक्टूबर 2021 में, ज्योति ने कथित तौर पर 604,000 रुपये की अनौपचारिक आय अर्जित की। डायरी में आपूर्ति निरीक्षक को 15,000 रुपये और विपणन निरीक्षक को 16,000 रुपये मासिक भुगतान का भी उल्लेख है। डायरी के हर पन्ने पर भ्रष्टाचार से मिली रकम का बारीकी से जिक्र है।आलोक ने खुलासा किया कि उन्होंने 2010 में ज्योति से शादी की, जिसके बाद उन्होंने उनकी शिक्षा को आगे बढ़ाने में मदद की। ज्योति ने प्रशिक्षण प्राप्त किया और अंततः लोक सेवा आयोग में महिलाओं में तीसरी और कुल मिलाकर 16वीं रैंक हासिल की। उनका परिवार बहुत खुश था. 2015 में, उन्होंने जुड़वां बेटियों का स्वागत किया। उनका कहना है कि 2020 तक सब कुछ ठीक लग रहा था।आलोक ने कहा कि ज्योति की 2020 में गाजियाबाद में होम गार्ड के जिला कमांडेंट से दोस्ती हो गई। वे अक्सर बातचीत करने लगे। उनकी दोस्तीं से आलोक को भी कोई दिक्कत नहीं थी। हालांकि, 2022 में, ज्योति अपने मोबाइल फोन पर अपने फेसबुक अकाउंट से लॉग आउट करना भूल गई। आलोक को उनकी स्पष्ट बातचीत का पता चल गया। वहीं, जब उसने विरोध किया तो ज्योति मारपीट पर उतर आई और जेल भेजने की धमकी दी। 22 दिसंबर 2022 को आलोक को लखनऊ के एक होटल से पकड़ा गया,आलोक का दावा है कि वह अपनी जान बचाकर भाग गया।आलोक ने ज्योति पर आरोप लगाते हुए कहा, 1 हफ्ते पहले मुझे एक कॉल आई जिसमें धमकी दी गई कि मैं स्वेच्छा से तलाक ले लूं, नहीं तो मुझे मार दिया जाएगा। उसने मुझे धारा 376 के तहत झूठे दहेज केस में फंसाने की भी धमकी दी।ष् ज्योति ने धूमनगंज थाने में दहेज का झूठा मुकदमा दर्ज कराया है और धारा 376 के तहत मुकदमा दर्ज कराने की धमकी भी दी है,
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