पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या के समर्थन में उतरे समाजसेवी ज़ीशान खान
भारत रक्षा दल के बैनर तले महिलाओं ने भी सभा कर दिया समर्थन
शिव कुमार प्रजापति ✍️
शाहगंज(जौनपुर)पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य और उनके पति सफाई कर्मचारी प्रकरण ठंडा होने के नाम नही ले रहा है देश इस बात को लेकर बहस छिड़ी हुई है।समाज और शोसल मीडिया भी दो धड़ों में बंटा नज़र आ रहा है।इसी बीच प्रख्यात समाजसेवी और भारत रक्षा दल के नेता ज़ीशान अहमद खान ने ट्विटर और शोसल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर ज्योति मौर्य का समर्थन हुए कहा की किसी एक एक घटना को बेस बनाकर पूरे औरत ज़ात को निशाना बनाना,उसके बढ़ते कदमों को रोकने की कोशिश करना,उसके किरदार पर उंगलियां उठाकर चटखारे लेना ये कुंठित सोच और दिवालियापन को दर्शाता है।उन्होंने कहा याद रखे आलोक मौर्या बहुत मिल सकते है मगर ज्योति मौर्य नही मिलेगी जिसने संघर्ष करके अपना एक मुकाम हासिल किया।इस लिए किसी एक घटना को बुनियाद बनाकर पूरी औरत ज़ात को कटघरे में खड़ा करना कहीं से भी न्याय संगत नही है।
वहीं मंगलवार को क्षेत्र के सुरिस गाँव मे भारत रक्षा दल के बैनर तले नारी सशक्तिकरण अभियान के तहत आयोजित आयोजित सभा मे संगठन की महिला शाखा ने महिलाओं के प्रति हो रहे अन्याय,शोषण और ज्योति मौर्य के समर्थन में सभा को सम्बोधित करते हुए कंचन भारती ने कहा की आज महिलाओं को मजबूत होने की जरूरत है ।अगर पुरुषों पर निर्भर रहेंगी तो उन्हें जब मिलेगा तो खाएंगी, जब मिलेगा तो पहनेंगी, मतलब एक तरह से पुरुष वादी कुंठित सोच की कठपुतली बन कर रह जाना पड़ेगा।ज्योति मौर्य प्रकरण को जितना हवा दिया जा रहा सब सच्चाई नही है एक ज्योति मौर्य ने पति को छोड़ दिया तो इतना हो हल्ला हो रहा है वहीं जब पुरुष अपनी पत्नी को छोड़ देता है या दूसरी शादी कर लेता है तो यही रूढ़िवादी सोच वालों को तब कुछ नही दिखता।बेचारी महिलाएं तब कोर्ट कचहरी और थाने के चक्कर लगाते नज़र आती हैं तब कहाँ चले जाते हैं समाज के कथित ठेकेदार।
कंचन भारती ने श्री ज़ीशान अहमद खान द्वारा ज्योति मौर्य को समर्थन देने पर उनका धन्यवाद देते हुए कहा की समाज मे ऐसे ही लोगों की जरूरत है जो पुरुष होकर भी महिलाओं के मान सम्मान के लिए आगे आकर महिलाओं के हक की बात की।
कार्यक्रम का संचालन पिंकी भारती ने किया।उक्त मौके पर इंदु, अनीता, कलावती देवी, सुनीता, दुर्गावती देवी, सरोज, रीता कुमारी, लीलावती, गीता देवी सहित सैकड़ों महिलाएं मौजूद रहीं।
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