राजस्थान भारतीय समता समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश डॉक्टर संजीव प्रजापति,



राजस्थान से बड़ी खबर भारतीय समता समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश डॉक्टर संजीव प्रजापति, प्रजापति कुम्हार महाकुंभ कार्यक्रम में पहुंचे जयपुर राजस्थान में आप सभी की जानकारी के लिए बता देना चाहूंगा कि आज आदिकाल से देश की सेवा कर रहा प्रजापति समाज आज राजनैतिक और आर्थिक अस्तर से अन्य समाज के तुलना में कमजोर समझा जाता है। कहीं ना कहीं भारत देश के सभी राज्य सरकार और केंद्र सरकार इस समाज को अनदेखा कर रही है इस समाज ने सिर्फ विश्व को बर्तन ही नहीं दिया भारत देश के संविधान में भी बहुत बड़ा उनका योगदान रहा है। डॉक्टर संजीव प्रजापति जी ने बताया की आदिकाल से यह कुम्हार समाज समाज सेवा में इतना लीन रहा की  समाज सेवा के सिवा और कुछ सोचा ही नहीं इस समाज ने अपने बारे में कभी सोचा ही नहीं आज हम 21वीं सदी में जी रहे हैं लेकिन आज यह कुम्हार समाज गांव के एक कोने में समाज के लिए बर्तन,दीपक, मूर्तियां और अन्य कई प्रकार के मिट्टी से बर्तन  बनाता है, कि हम सभी लोग अध्यात्म से जुड़े रहे अपनी संस्कृति को ना भूलें अगर धर्म की कहीं से शुरुआत हुई दीपक से हुई है यह दीपक आज प्रजापति समाज जमीन से मिट्टी खोदकर बनाता है कि हम सभी अपने घरों में दीपावली के दिन धूमधाम से दीया जलाकर खुशियां मनाएं हर शुभ काम में यह समाज सर्वप्रथम अपने कलस के साथ जाता है। लेकिन आज हर समाज इन्हें इस नजर से देखता है।की यह लोग तो गंदे काम करने वाले मिट्टी के काम करने वाले हैं लेकिन आज हमारे देशवासियों को यह नहीं पता है कि इसी मिट्टी के काम करने वाले वंशजों ने अपने देश में सबसे कम उम्र के 14 साल के शहीद को जन्म दिया जिसने देश के लिए अपनी जान दी उसका नाम था प्रजापति रामचंद्र विद्यार्थी जो कि उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रहने वाले थे इतना ही नहीं साथियों संविधान जब तैयार हो रहा था तो इस समाज के वंश में एक ऐसे महापुरुष जन्म लिए जिन्होंने भारतीय संविधान में सचिव के रूप में काम किया है। राजीव गांधी ने संविधान निर्माता डॉक्टर रत्नप्पा कुम्हार को अपने कर कमलों द्वारा 1985 में पदम श्री पुरस्कार से सम्मानित किया है। रत्नप्पा कुम्हार को देशभक्त भी कहा जाता है किसी भी स्तर से संविधान में डॉक्टर अंबेडकर से कम योगदान नहीं रहा है। रत्नप्पा जी का इतना ही नहीं साथियों राजस्थान की धरती पर श्रीयादे माता एक ऐसी भक्त थी जिन्हें भगवान ने ऐसी शक्ति दी थी उनके भक्ति में इतनी ताकत थी की इन्होंने कुम्हार की भट्टी में दो बिल्लियों को अनजाने में जला दिया लेकिन पूरी मिट्टी का बर्तन पक गया और वह बिल्ली के बच्चे नहीं जले उनकी भक्ति में इतनी शक्ति थी इतना ही नहीं भक्त गौरा कुम्हार ,संत सर्वज्ञ ,राजा शालिवाहन साके , जात पात तोड़क मंडल के महानायक प्रजापति संत राम बी. ए. और कितनी गाथाएं हैं मोहनजोदड़ो और हड़प्पा की खुदाई में कुम्हारों के बर्तन मिले और आज भी कुम्हार समाज शैक्षणिक रूप से इतना आगे है, कि हम उसकी गाथाएं बता नहीं सकते यह समाज हमेशा देश के लिए तत्पर रहा है लेकिन हर समाज की राजनीतिक पार्टियां इनको अनदेखा करती हैं ।आज हमारे उत्तर प्रदेश में भी कुम्हारों को माटी कला बोर्ड दिया गया है लेकिन आज भी कुम्हार अपने आवंटित जमीन से माटी लेने में असमर्थ है। उसका कारण भू माफिया लोग कुम्हारों के इस माटी पर कब्जा कर कर बैठे  हुए हैं ।इन सब की लड़ाई लड़ते हुए डॉ संजीव जी ने राजस्थान की जनता से निवेदन किया कि आप सभी लोग चुनाव लड़िए अगर कोई सरकार आपके ऊपर ध्यान नहीं दे रही है।लोकसभा का टिकट नहीं दे रही है, तो आप सभी लोग निर्दल चुनाव लड़े और सरकार को अपनी ताकत दिखाइए क्योंकि यह समय मांगने का नहीं है ।अपनी ताकत दिखाने का है ।जब आप अपनी ताकत दिखाएंगे तो यह सरकारें खुद आकर आपके सामने घुटने टेकेंगी और आपको राजनैतिक भागीदारी देंगी यही बात करते हुए डॉक्टर संजीव ने अपनी विचार खत्म किया। 600 मीटर लंबा तिरंगा झंडे के साथ यह काफिला डॉक्टर संजीव प्रजापति जी ,राकेश प्रजापति पुंज अखबार के संपादक ,दीपक गांधी,प्रदीप मोहन लाल प्रजापति, राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष नाथूराम प्रजापति भारतीय समता समाज पार्टी, छगना राम जी ,गंगाराम जी नारायण प्रजापति नागौर ,किशोर दुल्हेपुरा, रमेश प्रजापति रोहन राज प्रजापति जी के साथ बहुत सारे महारथी लाखों लाखों की संख्या में अपने लोगों के साथ उपस्थित होकर इस कार्यक्रम को सफल किए हैं।

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