आजमगढ़ मकरसंक्रांति पर्व पर बहन बेटियों के घर खिचड़ी पहुंचाने की परंपरा का निर्वहन आज भी बदस्तूर जारी है।
शहरी क्षेत्रों में तो लोग आधुनिकता की दौड़ में शामिल होने लगे हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी इस परंपरा को निभाने में पीछे नहीं हैं। इस साल 15 जनवरी को मकरसंक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। इसके लिए बाजारों में लाई-चूड़ा, गट्टा, तिलकुट तथा अन्य खाद्य सामग्रियों की दुकानें सज गई हैं। खरमास में पड़ने वाले इस पर्व से पूर्व बहन बेटी और बुआ के घर खिचड़ी पहुंचाने के लिए की जाने वाली तैयारी पूरी करने के लिए लोग अन्य खाद्य सामग्रियों की खरीदारी के लिए ठंड के इस मौसम में भी घरों से निकल रहे हैं। काफी संख्या में लोग बाजारों में लाई-चूड़ा गट्टा तिलकुट आदि की खरीदारी करते नजर आ रहे हैं। इन खाद्य पदार्थों की दुकानें शहर से लगायत ग्रामीण क्षेत्रों में भी पूरी तरह सज गई हैं। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि मकरसंक्रांति पर्व पर जिले के बाजार ग्राहकों की आमद से गुलजार हैं
कब और कैसे मनाएं मकरसंक्रांति पर्व -
इस पर्व के संबंध में विद्वान पुरोहितों का कहना है कि इस बार संक्रांति 15 जनवरी की भोर में लग रही है। ऐसे में संक्रांति पर्व 15 जनवरी को मनाना श्रेयष्कर होगा संक्रांति का मुहूर्त पूरे दिन मिल रहा है। इस अवसर पर नदियों में स्नान के साथ ही दान-पुण्य का बड़ा महत्व है इस दिन काले तिल से बने खाद्य पदार्थों एवं गुड़ का दान अवश्य करना चाहिए
आजमगढ़ से सरफराज मोहज्जमी
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