रिपोर्ट: दारा सिंह सरोज
 *श्रृंगवेरपुर धाम प्रयागराज : कार्तिक पूर्णिमा पर हर जगह की तरह श्रृंगवेरपुर गंगा घाट पर  मंगलवार को आस्‍था का सैलाब उमड़ पड़ा। बड़ी संख्‍या में लोगों ने इस मौके पर गंगा में डुबकी लगाई और सुख-समृद्ध‍ि की कामना की। कार्तिक पूर्णिमा पर तुलसी की पूजा और गंगा स्‍नान करने का विशेष महत्‍व बताया गया है। 
इस मौके पर पांच दिवसीय राष्ट्रीय रामायण मेला का समापन भी हो गया। श्रृंगवेरपुर घाट पर  ब्रह्ममुहूर्त से गंगा स्नान का सिलसिला जारी रहा। हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाया। गंगा स्नान के बाद माता शांतादेवी मंदिर में माथा टेका और कार्तिक भगवान की पूजा अर्चना किया। 
श्रृंगवेरपुर धाम में कार्तिक पूर्णिमा  पर बहुत प्रसिद्ध मेला प्रत्येक वर्ष लगता है यहां पर प्रतापगढ़ कौशांबी सुल्तानपुर फतेहपुर सहित देश के कोने कोने से आधी रात तक श्रद्धालु निजी वाहन एवं रोडवेज, प्राइवेट बसों के जरिए मेला पहुंचते रहे। मेला पहुंचे श्रद्धालुओं ने यहां आयोजित सांस्कृतिक एवं लोक कार्यक्रमों का लुफ्त उठाया। रात्रि में मेला रंगीन लाइटों से अनोखी छठा बिखेर रहा था। मुख्य  स्नान घाट को  सुंदर ढंग से सजाया गया था। ब्रह्ममुहूर्त से श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान करना शुरू कर दिया।  एक लाख से अधिक श्रद्धालु गंगा स्नान और पूजन कर पुण्य लाभ अर्जित करके अपने घरों को वापस लौटे। 
श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद घाट किनारे बैठे जरूरतमंद लोगों के लिए दान  पुण्य किया। स्नान के उद्देश्य से मेला गए श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद मेला में खरीदारी कर घर वापस लौट गये।  ब्रह्ममुहूर्त से गंगा स्नान का सिलसिला शांतिपूर्ण ढंग से जारी रहा। गंगा स्नान को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष आस्था देखने मिली। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मुख्य स्नान घाट के आसपास गंगा में  किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए जगह-जगह मोटरवोट पर जल पुलिस के अलावा स्थानीय गोताखोर अपनी नाव लेकर तैनात रहे। मेले में चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात दिखे मेले में एक किलोमीटर पहले ही वाहनों को बैरिकेडिंग करके रोक दिया गया जिससे मेले में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। 


 *मेले में प्रदर्शनी का लोगों ने उठाया लुफ्त* 

   राष्ट्रीय रामायण मेला श्रृंगवेरपुर धाम में लगी प्रदर्शनी  को पूर्णिमा पर आए  श्रद्धालुओं ने देखा और यहां लगे स्टालों पर जमकर खरीदारी भी किया। अलग-अलग विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में श्रद्धालुओं ने जानकारी भी प्राप्त किया। 

 *मेले में बच्चों ने लिया झूले का खूब मजा* 

रामायण मेले में लगे बच्चों के लिए झूले आकर्षण के केंद्र रहे यहां पर बच्चों ने खूब झूला झूला और आनंद उठाया अपने मम्मी पापा के साथ आए बच्चों ने उछल कूद के साथ रेल गाड़ी की सवारी भी किया। चाट, चाउमीन, गुड़ वाली जलेबी,  का लोगों ने स्वाद चखा। 
 *पांच दिवसीय 33 वे राष्ट्रीय रामायण मेले का समापन हुआ सम्मान* 
33 वे  राष्ट्रीय रामायण मेला श्रृंगवेरपुर धाम का कार्तिक पूर्णिमा स्नान के बाद समापन कर दिया गया। मेला 4 नवंबर 2022 से निरंतर चलता रहा और आज मेले का आखरी दिन था 5 दिन तक चलने वाले इस मेले में कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं इस मेले में दूरदराज के कलाकारों ने हिस्सा लिया कई मंत्रियों ने इस मेले में शिरकत किया। यात्री सेड मुख्य मंच पर शंकराचार्य की उपस्थिति में मेले का समापन हुआ विनोदनंद महाराज सहित कई संत महात्मा मंच पर मौजूद रहे। फाफामऊ  के विधायक गुरु प्रसाद मौर्या ने मेले को सकुशल संपन्न कराने वाले पदाधिकारियों को सम्मानित किया। मेले के अध्यक्ष बालकृष्ण पांडे, महामंत्री उमेश द्विवेदी, उपाध्यक्ष सियाराम सरोज, जे एन यादव, कोषाध्यक्ष काली सहाय त्रिपाठी मेला कार्यालय प्रभारी अमित द्विवेदी सहित अन्य लोगों का सम्मान किया गया। और मेले के समापन की उद्घोषणा हुई।

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