एनसीजेडसीसी में नौटंकी कार्यशाला का शुभारंभ
अगर आपके पास कुछ अलग करने का  टैलेंट है  और आप नाट्य विधा के क्षेत्र में अपने हुनर को निखारना चाहते हैं तो उत्तर प्रदेश की लोकनाट्य विधा नौटंकी प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने के लिए उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र (एनसीजेडसीसी) आपको दे रहा है सुनहरा मौका। प्रस्तुति परक 25 दिवसीय नौटंकी कार्यशाला का आयोजन एनसीजेडसीसी द्वारा सांस्कृतिक केंद्र परिसर में 18 नवम्बर से 12 दिसम्बर, 2022 तक किया जा रहा है। कार्यशाला में नौटंकी विधा के विभिन्न आयामों को और उसके गुणों को पिरोने के लिए केंद्र द्वारा राष्ट्रीय संगीत नाट्य अकादमी से सम्मानित एवं भारत सरकार द्वारा पद्म श्री प्राप्त पण्डित राम दयाल शर्मा को प्रशिक्षण के लिए आमंत्रित किया  गया है।
केंद्र निदेशक प्रो0 सुरेश शर्मा ने बताया कि केंद्र द्वारा पहली बार लोक नाट्य विधा पर प्रयागराज के रंगकर्मियों एवं कलाप्रेमियों को जोड़ने तथा उनमें लोकविधा को जाग्रत करने के उद्देश्य से प्रस्तुति परक नौटंकी कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जिससे इस विधा से अपनी माटी की महक को पहचान सकें।
आवेदन की अंतिम तिथि 15 नवम्बर, 2022 है। प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षुओं का चयन साक्षात्कार के माध्यम से किया जाएगा, जिसमें मात्र 30 सीटें उपलब्ध हैं। चयनित अभ्यर्थियों को रुपये 500 का प्रशिक्षण शुल्क देना होगा।
पण्डित राम दयाल शर्मा के निर्देशन में होगा कार्यशाला- पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित पं राम दयाल शर्मा उत्तर भारत के स्वांग, भगत नौटंकी, रसिया और रासलीला लोक कला के संवाहक हैं। वह एक प्रसिद्ध गायक, संगीतकार, लेखक, निर्देशक और संगीत शिक्षक हैं। उन्होंने कई पुस्कार और प्रशस्ति पत्र जीते हैं। पांच हजार से अधिक प्रर्दशन करके अपनी कला का समूचे भारत में लोहा मनवाया है। उन्होंने 2012 रॉयस्टेन एबेल द्वारा निर्देशित नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) रिपर्टरी कंपनी के प्रोडक्शन ‘‘ ओल्ड टाउन‘‘ के नौटंकी गुरु थे। पण्डित राम दयाल शर्मा ने समसामयिक मुद्दो पर स्वांग-नौटंकी लिपियों को बनाने और उन्हें आधुनिक दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए अथक प्रयास किया है। उनके द्वारा लिखी गई नौटंकी बेटी का ब्याह, मिशन सुहानी, श्रीमान धोखा आदि ने अपनी अमिट छाप छोड़ी है।

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