केंद्रीय संचार ब्यूरो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा लखनऊ में आयोजित की जा रही तीन दिवसीय प्रदर्शनी के आज दूसरे दिन बड़ी संख्या में लोगो ने सहभागिता की . प्रदर्शनी की भव्यता और शोध से प्रभावित प्रसिद्ध इतिहासकार रवि भट्ट ने कहा कि देश सेवा के लिए हमें मौके और अवसर ढूंढने की जरूरत नहीं है ।दिन प्रतिदिन के कार्यकलापों के माध्यम से हम देश के लिए अपना योगदान दे सकते हैं। रामाधीन सिंह महाविद्यालय के शिवाजी सभागार में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री रवि भट्ट ने कहा कि छात्र-छात्रायें और जनमानस अपनी छोटी-छोटी आदतों में बदलाव लाकर बिजली और पानी बचाकर देश के विकास में अपना योगदान दे सकते हैं। कार्यक्रम में प्रसिद्ध लेखिका और समाजसेवी रत्ना बापुली ने अपने पूर्वजों के प्रसंग सुनाते हुए कहा कि समाज और देश सेवा का जज्बा राष्ट्र निर्माण मैं एक महती भूमिका निभाता है। कार्यक्रम में गीत एवं नाटक के माध्यम से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई शहीदों को इस पर किया गया। इस अवसर पर आजादी के संग्राम के इतिहास पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया तथा 19 प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए गए। प्रदर्शनी स्थल पर कोविड-19 की प्रिकॉशन डोज बूस्टर डोज के स्टाल पर बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर वैक्सीन लगवाई। वही प्रकाशन विभाग भारत सरकार की प्रदर्शनी में लगी पुस्तकों में भी लोगों को आकर्षित किया इस स्टाल पर रियायती दर पर पुस्तकें उपलब्ध हैं।अमृत महोत्सव के माध्यम से भारत सरकार द्वारा आजादी के गुमनाम नायकों की खोज की जा रही है। इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य आमजनो को स्वतंत्रता संग्राम के महानायकों एवं खासकर गुमनाम नायकों को याद करना है और उनके बारे में युवा पीढ़ी को अवगत कराना है। इस प्रर्दशनी में 100 से अधिक पैनल लगाए गए हैं, जिसमें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान स्वतंत्रता सेनानियों एवं उतर भारत के नायकों को दर्शाया गया है। प्रदर्शनी में केंद्र सरकार की 8 साल सेवा, सुशासन गरीब कल्याण से जुड़ी उपलब्धियों, योजनाओं, नीतियों और कार्यक्रमों से जुड़े पैनल भी लगाए गए हैं। तीन दिनों तक चलने वाली प्रदर्शनी में प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता सहित अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। प्रदर्शनी को देखने आये एक नवयुवक अजय शर्मा ने कहा कि यह फोटो प्रदर्शनी हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को सच्ची श्रद्धांजलि है तथा आज की युवा पीढ़ी को उनके आदर्शों को आत्मसात करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में विभागीय कलाकारों एवं सांस्कृतिक दल के कलाकरों द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन पर संगीत और नाटक प्रस्तुत किया गया तथा अन्या दल द्वारा संगीतमय प्रस्तुति दी गई।
श्रोत pib लखनऊ
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