रायबरेली । सरकार ने किसी सार्वजनिक अथवा मांगलिक कार्यक्रमों पर हर्ष फायरिंग पर भले ही सख्ती से पेश आती है लेकिन दबंगों की मनमानी के आगे प्रशासन भी बेबस नजर आती है । बीते दिनों गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत अवैध तमंचे से फायरिंग कर रहे कुछ सरहंगों को रोकने की हिमाकत करना एक रिटायर्ड फौजी को भारी पड़ गया । बताते चलें कि बीती 21 अप्रैल को पूरे दौली मजरे अटौरा बुजुर्ग निवासी दिलीप कुमार गांव के ही शिवेंद्र के यहां निमंत्रण में गया था जहां पर सुभाष और आकाश निवासी सरांय दिगोसा और राजा पाल व अवधेश निवासी पूरे लाल मजरे अटौरा बुजुर्ग अवैध तमंचे से फायरिंग कर रहे थे । दिलीप ने उक्त युवकों को हर्ष फायरिंग करने से मना किया तो वह सभी गुस्से से आग बबूला हो गए । पीड़ित युवक का आरोप है कि वाह जब वहां से पैदल अपने घर जा रहा था तो उपरोक्त सभी दबंगों ने अपने एक अज्ञात साथी के साथ उस पर हमला बोल दिया । सिर पर तमंचे की बट से जानलेवा वार करने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया । शोरगुल मचाने पर आसपास के ग्रामीणों के एकत्रित हो जाने पर गाली गलौज करते हुए जान से मार देने की धमकी देते हुए मौके से भाग निकले । दिलीप का आरोप है कि इसी दौरान गले में पहनी सोने की चेन भी कहीं गिर गई है । फिलहाल मामले में पीड़ित की तहरीर के आधार पर सभी आरोपियों सुभाष और आकाश पुत्र दशऊ, राजा पाल पुत्र नागेंद्र, अवधेश पुत्र अज्ञात व एक अन्य अज्ञात के विरुद्ध अपराध संख्या 0196/22 आईपीसी की धारा 307, 147, 148, 504 और 506 में मुकदमा दर्ज हो गया है ।
रिपोर्ट-जय सिंह यादव रायबरेली
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