पलिया, दिलदार नगर l आज ग्राम पलिया के काली मंदिर, (पश्चिम) के पास बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की जयन्ती बहुत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, सभी लोगों ने मिलकर दीप प्रज्वलित किए, एवं फूलों की माला पहनाया व पुष्पांजलि दिया गया !! बाबासाहेब अम्बेडकर जी विचारों को याद किया गया कि आज समाज में जो जागरुकता कई कमी आई है, उसे निश्चित रूप से दूर करने की आवश्यकता है, जिसके तहत ग्राम पलिया में शिक्षा स्तर को और तेज और एक जागरूक मुहिम चलाने के लिए वहाँ पर मौजूद सभी लोगों ने आम राय बनाया !!
"अरविन्द सिंह खरवार ने कहा कि हमें बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी के बारे में अभी भी अपने दलित, पिछड़े व आदिवासी समाज के लोगों को जागरूक करने की जरूरत है कि जिन्होंने इन वंचित समाजों के लिए अपना सर्वस्व जीवन न्यौछावर कर दिया, तमाम यातनाएँ, बेइज्जती एवं उपेक्षाओं को सहते हुए, इन्हें इनके हक व अधिकार दिलाने का महान कार्य किया व अपने द्वारा लिखित संविधान में हर शोषित समाज के लोगों , महिलाओं, अल्पसंख्यकों के लिए स्थान दिए !! बाबासाहेब के द्वारा दिए गए संदेश "शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो" के तहत सभी समाज को जागरूक करने की आवश्यकता है और उसी मार्ग पर चलने की आवश्यकता है तथा आज हमें नशामुक्त समाज के लिए भी विषेश जागरूक करना होगा एवं चाहे जैसे हो हमें हमारे बच्चों को उच्च शिक्षा व उच्च विचारों के तरफ आकर्षित कराना होगा जिससे एक मजबूत समाज का गठन हो सके !!"
"कन्हैयालाल भारती ने कहा कि हमें आपस के छोटे मोटे मतभेदों को भुला कर सामाजिक विकास की तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है एवं अपने आने वाली पीढ़ी को शिक्षित करने की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है !!"
"जितेन्द्र प्रजापति ने कहा कि हमें आपसी मतभेदों को भुला कर भाईचारा क़ायम करने व जिस तरह से सालों पहले गाँव के सभी लोग एकसाथ मिल कर होली, चईता व छोटे छोटे कार्यक्रम करते हुए खुशी से एकजुट रहते थे हमें आज फिर उसी तरह से एक होने की आवश्यकता है एवं शिक्षा के दिशा में क्रांति लाने के लिए एक रोटी कम खाकर भी अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने की दिशा में काम करने की आवश्यकता है !!"
"वहाँ पर मौजूद अमरजीत कुमार, ईश्वर चंद भारती, श्रवण कुमार, विजय कुमार, हेमन्त खरवार, लक्ष्मण राम, रामफल राम, रामकृत राम व अन्य कई गाँव के युवाओं व सम्मानित लोगों ने बाबासाहेब को पुष्पांजलि समर्पितव नमन करते हुए भिन्न भिन्न सुझाव दिये !! अंत में सभी लोगों को सुनते हुए अरविन्द सिंह खरवार ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए सुझाव दिए एवं कहा कि वहीं पर जहाँ पूर्व में पंचायत भवन का निर्माण कराया था आज वो जगह उपेक्षित रह गई है क्यों न वहाँ पर गाँव समाज की एक बड़ी बैठक बुलाते हुए एवं एक आम राय बनाते हुए बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी के याद में और गाँव के बौद्धिक विकास के लिए यहाँ "अंबेडकर भवन" व "पुस्तकालय" बनाने की दिशा में कार्य कराया जाए जिसमें भिन्न भिन्न तरह के प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए युवाओं को काफी मदद मिल सकेगी, जिसमें हमारे वरिष्ठजन व सेवानिवृत्त अभिभावकों की भी सेवा ली जाए जिसके लिए व बिल्कुल तैयार बैठे हुए हैं! जिससे निश्चित रूप से गाँव में एक शिक्षा का सुन्दर माहौल तैयार करने में बहुत मदद मिल सकेगी..
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