*राष्ट्रपति का एक दिवसीय दौरा: अयोध्या पहुंचकर राम मय हुए रामनाथ कोविंद, बोले- राम सभी के और सब में हैं श्रीराम*
*अयोध्या में रामायण कॉन्क्लेव का शुभारंभ तथा पर्यटन विकास की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास मा. राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द करकमलो से*
*17जिलो में 65दिनों तक होगा रामायण कान्क्लेव*
*राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि रामायण एक ऐसा विलक्षण ग्रंथ है जो रामकथा के माध्यम से विश्व समुदाय के समक्ष मानव जीवन के उच्च आदर्शों और मर्यादा को प्रस्तुत करता है। मुझे विश्वास है कि रामायण के प्रचार-प्रसार के लिए यूपी सरकार का यह प्रयास पूरी मानवता के हित में बहुत महत्वपूर्ण सिद्ध होगा*।
*देश के पहले राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद अयोध्या पहुंचे तो राम मय हो उठे। बोले, सिया राम मय सब जग जानी.. राम संपूर्ण मानवता के हैं। राम सबके हैं और राम सबमें हैं। अयोध्या में रामायण कॉन्क्लेव के शुभारंभ के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय जीवन मूल्यों के आदर्श व उपदेश रामायण में संपूर्ण रूप से समाहित हैं*।
*अयोध्या प्रभु श्रीराम की जन्म और लीला भूमि तो है ही बिना राम के इस नगरी की कल्पना करना भी असंभव है। उन्होंने कहा रामायण का प्रचार महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें जीवन के निहित मूल्य मानवता के लिए हमेशा प्रासंगिक हैं। दर्शन के साथ-साथ रामायण आदर्श आचार संहिता भी प्रदान करती है जो हमारे जीवन के सभी पहलुओं का मार्गदर्शन करती है।*
*उन्होंने कहा कि रामायण एक ऐसा विलक्षण ग्रंथ है जो रामकथा के माध्यम से विश्व समुदाय के समक्ष मानव जीवन के उच्च आदर्शों और मर्यादा को प्रस्तुत करता है। मुझे विश्वास है कि रामायण के प्रचार-प्रसार के लिए यूपी सरकार का यह प्रयास पूरी मानवता के हित में बहुत महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। उन्होंने अवधी में तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस कि तमाम चौपाइयों का दृष्टांत देते हुए राम और शबरी के प्रेम का अनूठा वर्णन किया। उन्होंने विश्व में राम की तमाम ग्रंथों और मानवता के लिए उनके त्याग, तपस्या और बलिदान को गिनाते हुए कहा कि राम ने समाज के सभी वर्गों को जोड़ा है।*
*उन्होंने भाई से भाई का प्रेम, माता-पिता का प्रेम, पति-पत्नी का प्रेम और मानव के प्रकृति से प्रेम का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है। महात्मा गांधी ने प्रभु राम से प्रेरित होकर ही रामराज्य की कल्पना की थी। दक्षिण कोरिया से भारत के रिश्ते गिनाते हुए उन्होंने अयोध्या शोध संस्थान की ओर से रामायण विश्वकोश की पहल की सराहना की। कहा कि रामायण कांक्लेव संपूर्ण विश्व के लिए प्रस्तुत करेगा।*
*मुख्यमंत्री योगी बोले- राष्ट्रपति का अयोध्या आगमन हम सबके लिए सौभाग्य की बात*
*17 जिलों में 65 दिनों तक होगा रामायण कान्क्लेव*
*17 जिलों में 65 दिनों तक चलने वाले रामायण कॉन्क्लेव का रविवार को देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रामकथा पार्क में दीप जलाकर उद्घाटन किया। रामायण कॉन्क्लेव का शुभारंभ अयोध्या से हुआ है और 65 दिन बाद एक नवंबर को अयोध्या में ही इसका समापन होगा। रामायण कॉन्क्लेव में राम की कथा, लोक संगीत, नाटक, रामायण गान के जरिए राम की गाथा का प्रचार-प्रसार किया जाना है।*
*रामायण कॉन्क्लेव अयोध्या से गोरखपुर, बलिया, वाराणसी, चित्रकूट, गढमुक्तेश्वर, गाजियाबाद, मथुरा, सहारनपुर, बरेली समेत 17 जिलों में आयोजित होगा। रामायण कॉन्क्लेव के उद्घाटन पर पहुंचे राष्ट्रपति का रामकथा पार्क में भव्य अभिनंदन किया गया। जन-जन के राम...थीम पर आधारित ध्वनि व वैदिक मंत्रोच्चारों के मध्य राष्ट्रपति का भव्य स्वागत किया गया*।
*पार्श्व में बज रही श्रीराम, जय जय राम, सियाराम जय-जय राम का संगीत पूरे माहौल को भक्तिमय करता नजर आ रहा था। इसके बाद भगवान श्रीराम पर आधारित तीन मिनट की लघु फिल्म का भी प्रदर्शन राष्ट्रपति के समक्ष किया गया। जिसमें अयोध्या की महिमा व रामायण कॉन्क्लेव के उद्देश्यों को प्रदर्शित किया गया।*
*इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति को रामदरबार व रामनामी भेंटकर स्वागत किया। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने देश की प्रथम लेडी सरिता कोविंद को बनारसी साड़ी भेंटकर उनका सत्कार किया। पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने शबरी प्रसंग पर पांच मिनट के* *रामायण गान शबरी देखि राम गृह आए, मुनि के बचन समुझ जिए भाए...आज बसो शबरी घर राम...*की प्रस्तुति देकर पूरे माहौल को राममय बना दिया। राष्ट्रपति ने मालिनी अवस्थी की प्रस्तुति की सराहना भी की।*
*इसके बाद तीन मिनट के वीडियो में अयोध्या के पौराणिक स्थलों की जानकारी दी गई। वीडियो की शुरूआत कस्तूरी कुंडलि बसै मृग ढूंढे मन माहिं..प्रसंग से हुई। इस वीडियो में हनुमानगढ़ी, कनभवन, तुलसी स्मारक, मणिपर्वत, नागेश्वरनाथ, दशरथ महल सहित कई प्राचीन मंदिर का जिक्र करते हुए इसकी* *पौराणिकता की जानकारी दी गई।*
*रामनगरी में होने वाले दीपोत्सव व सरयू आरती की भव्यता भी वीडियो में प्रदर्शित की गई। इसके बाद रामनगरी के पौराणिक दर्शनीय स्थल पर आधारित पुस्तक का भी विमोचन अतिथियों ने किया। मंच पर राष्ट्रपति के अलावा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय रेल व कपड़ा राज्यमंत्री दर्शना दरगौस, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा, पयर्टन मंत्री नीलकंठ तिवारी मौजूद रहे। उद्घाटन अवसर पर सांसद लल्लू सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, विधायक गण वेद प्रकाश गुप्ता, रामचंदर यादव, इंद्र प्रताप तिवारी, बाबा गोरखनाथ, शोभा सिंह चौहान सहित महापौर ऋषिकेश उपाध्यक्ष भी मौजूद रहे।*
*रामकथा पार्क में ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के समक्ष राममंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की ओर मंदिर निर्माण का* *प्रस्तुतिकरण दिया गया। कार्यदाई संस्था एलएंडटी के इंजीनियरों ने राममंदिर निर्माण सहित रामजन्मभूमि परिसर में बनने वाले अन्य प्रकल्पों का डिजिटली प्रजेंटेशन राष्ट्रपति के समक्ष प्रस्तुत किया। इसके बाद राष्ट्रपति ने हनुमानगढ़ी के दर्शन किए*।
*जहां हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन महंत प्रेमदास द्वारा राष्ट्रपति का स्वागत चांदी का मुकुट पहनाकर किया गया। रामलला के दरबार में मंदिर समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र व ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय सहित तीर्थ क्षेत्र के सदस्य स्वामीपरमानन्द गिरी, डॉ.विमलेंद्र प्रताप मोहन मिश्र, स्वामी गोविंद देव गिरी, महंत दिनेंद्र दास, कामेश्वर चैपाल, आयुक्त एमपी अग्रवाल, डीएम अनुज कुमार झा द्वारा स्वागत किया गया। मंदिर के मुख्य पुजारी श्री सत्येन्द्र दास जी एवं सहायक, पुजारी अशोक तिवारी जी ने पूजा अर्चना की।*
*रामायण कॉन्क्लेव के उद्घाटन समारोह में बड़ी संख्या में संतों की मौजूदगी ने भी शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर ज.गु.वासुदेवाचार्य, ज.गु.श्रीधराचार्य, ज.गु.राघवाचार्य, ज.गु.रामदिनेशाचार्य, ज.गु.रत्नेश प्रपन्नाचार्य, महंत कमलनयन दास, महंत रामदास, अधिकारी राजकुमार दास, महंत रामभूषण दास कृपालु, महंत मैथिलीरमण शरण, महंत करूणानिधान शरण, महंत रामशरण दास, महंत सियाशरण, महंत विवेक आचारी, महंत शशिकांत दास, महंत गिरीश दास, महंत रामकुमार दास सहित बड़ी संख्या में संतों ने राष्ट्रपति के दौर को भव्यता प्रदान की।*
*रिपोर्ट:विशेष संवाददाता शिव कुमार प्रजापति जौनपुर*
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