कोरोना काल के दौरान सिनेमा जगत ने अपने बहुत सारे बड़े पर्दे के एक्टरों को खो चुका है l अभी हाल ही में सिनेमा जगत के जाने-माने अभिनेता दिलीप कुमार की मौत हुई थी जिसके बाद से बॉलीवुड शोक में डूब गया था तो आज दिग्गज अभिनेत्री सुरेखा सिकरी की भी 75 वर्ष की उम्र में अचानक से दिल का दौरा पड़ने की वजह से निधन हो गया l सुरेखा के मैनेजर ने उनकी मौत की खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि सुरेखा सिकरी कई महीनों से बीमार चल रही थी जिसके बाद शुक्रवार की सुबह अचानक से दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्होंने आखिरी सांस ली l सुरेखा के मौत की खबर सुनकर पूरा सिनेमा जगत शोक में डूबा हुआ है l

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में 1971 बैच में कलाकार रही सुरेखा सिकरी समानांतर सिनेमा से जुड़ी आंदोलन मैं अधिकांश बड़े फिल्मकारों के साथ भी काम किया l

राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजी गई थी सुरेखा सिकरी-

सुरेखा सिकरी ने 1978 में किस्सा कुर्सी से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी l जिसके बाद सुरेखा सिकरी तमस (1988), मम्मो (1995), और बधाई हो (2018) मे सहायक अभिनेत्री के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजी गई थी l इसके साथ ही सुरेखा सिकरी को 2018 में आई फिल्म बधाई हो मे सहायक भूमिका के लिए उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय अवार्ड देखकर सम्मानित किए थे l

तमस और मम्मो फिल्म के दौरान खूब मिला सम्मान-

जहां तक फिल्मों की बात है तो उनकी दो भूमिका बेहतरीन मानी जाती है जिसके लिए उन्हें काफी सम्मान मिला l वह दोनों फिल्में मुख्यता इस प्रकार हैं-
गोविंद निहलानी की दूरदर्शन की सीरीज तमस 1988 जिसे बाद में फिल्म में परिवर्तित किया गया और उसके बाद श्याम बेनेगल की वर्ष 1994 में आई मम्मो अपने दौर में दूसरी बेमिसाल अभिनेत्रियों की तरह ही सीकरी नाटकों के माध्यम से ही बड़े पर्दे पर पहुंची थी l 

तमस,मम्मो और बधाई हो के अलावा इन फिल्मों में काम किया सुरेखा सीकरी ने-

श्याम बेनेगल के साथ "मम्मो" फिल्म के अलावा "सरदारी बेगम", "हरी-भरी" और "जुबेदा" में काम किया इसके अलावा सईद मिर्जा के साथ "सलीम लंगड़े पे मत रो" 1989 में और "नसीम" 1995 में काम किया l जिसके बाद वह दोबारा अपर्णा सेन के साथ "मिस्टर एंड मिसेज अय्यर" 2003 में नजर आई l
 

बालिका वधू धारावाहिक मे दादीसा का रोल लोगों को आया था खूब पसंद-

सुरेखा सिकरी को कलर्स टीवी पर आए धारावाहिक बालिका वधू में दादीसा का भूमिका निभाने के लिए काफी पसंद किया गया था l इस भूमिका में सिकरी ने परिवार के कठोर मगर मुख्य सदस्य की भूमिका निभाई थी 2008 से 2016 के दौरान हिंदी टीवी चैनल देखने वालों के दिलों पर और परिवार के बड़े सदस्यों के रूप में मौजूद रहने लगी थी सुरेखा सिकरी l बालिका वधू धारावाहिक को तेलुगू तमिल मलयालम के अलावा बहुत सारे अन्य भाषाओं में डबिंग किया गया l जिसके बाद सुरेखा सिकरी की लोकप्रियता उत्तर भारत के बाहर भी लोगों के दिलों पर राज करने लगा था l

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