जिसकी अध्यक्षता करते हुए भूतपूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष मारकंडे सिंह ने कहा कि अब हम लोगो के सब्र का बाँध टूट चुका है। जनप्रतिनिधियों से लेकर शासन-प्रशासन तक हम सैनिक कहते-कहते थक गये, अब केवल आंदोलन ही रास्ता बच गया। इस लिए अब हम पूर्व सैनिक गाँव एवं रेल संघर्ष समिति के साथ मिल कर 18 जुलाई से 2021 से रेलवे के खिलाफ अनिश्चित कालीन अनशन होगा।
वही रेलवे पुन: ठहराव समिति के संयोजक गहमर इंटर कालेज के पूर्व प्रवक्ता हृदय नारायण सिंह ने कहा कि हमारा पूरा गाँव रेलवे के पक्षपात रवैये से आहत हो चुकी है। 6 माह से हम पत्रचार , एवं सम्पर्कं कर चुके है। बूढ़े-बिमार व्यवसाई अब त्रस्त हो चुके हैं। हम दानापुर डी.आर.एम से लेकर दिल्ली तक मिल चुके हैं। इस लिए अब 18 से हम रेलवे के खिलाफ मोर्चा खोलने जा रहे हैं। यह धरना तब तक चलेगा जब रेलवे हमारी माँग पूरी तरह नहीं मान लेता। इसके लिए हम जन संम्पर्क कर लोगो का आहृवन करने जा रहे हैं। इसके लिए हम सारे अधिकारीयों को भी सुचित कर दिया गया है।
बैठक में गहमर इंटर कालेज के पूर्व प्रवंधक हरे राम सिंह, आप प्रभारी ओम प्रकाश सिंह, पूर्व सैनिक महेन्द्र उपाध्याय, आन्नद सिंह, पूर्व सैनिक अनिल सिंह, अनिल सिंह, पूर्व सैनिक कुनाल सिंह, पूर्व सैनिक शिवानंद सिंह, पूर्व सैनिक मदन सिंह, सुजीत कम्प्यूटर के संचालक ओम प्रकाश सिंह, चंदन सिंह इत्यादि मौजूद थे। बैठक का संचालन रेल संघर्ष समिति के संचालक सुधीर सिंह ने किया।
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