✍️संवाददाता
शिव कुमार प्रजापति
  शाहगंज जौनपुर


जौनपुर शाहगंज - खुटहन थाना क्षेत्र के पिलकिछा कोकना गांव निवासी एक दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार ब्रजेश उपाध्याय ने पड़ोसियों द्वारा कूट रचित ढंग से मुकदमा दर्ज कराए जाने के संबंध में उप जिलाधिकारी राजेश कुमार वर्मा को लिखित रूप से प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। दिए गए प्रार्थना पत्र मे पीड़ित पत्रकार ने एसडीएम को अवगत कराया है कि उसके पड़ोसी अरविंद उपाध्याय आलोक उपाध्याय पुत्र गढ़ विष्णु कांत उपाध्याय अनुराग पुत्र अरविंद उपाध्याय शंकरपुर किंग पुत्र आलोक उपाध्याय आदि दबंग और सर्कस किस्म के असलहा धारी हैं। पत्रकार में अपने पुराने मकान को गिरा कर नया मकान बनाया है अपनी ही जमीन में बारजा  बनवाया है जिसको लेकर पिछले अप्रैल महीने से विपक्षी कई बार मारपीट कर चुके हैं इसके संबंध में घुटन थाने में मुकदमा पंजीकृत है। ब्रजेश उपाध्याय ने आरोप लगाया है कि उसके विपक्षियों ने फर्जी ढंग से उसी घटना का जिक्र करके मुकदमा दर्ज करवा दिया। आरोप है कि विपक्षी असलहे से जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। प्रार्थना पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि पीड़ित पत्रकार के हिस्से में अमरूद, नींबू आदि फलदार वृक्षों को काटकर काफी नुकसान पहुंचाए ऐसा केवल उकसाने के लिए किया गया जिससे विवाद और बढ़ सके। पड़ोसियों से अपनी जान माल को खतरा बताते हुए पत्रकार ने एसडीएम से शिकायती पत्र देकर विपक्षियों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई करने की मांग की है। असामाजिक और अराजक तत्वों द्वारा देश के चतुर्थ स्तंभ पर हमला होना इस समय सामान्य बात हो गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में पत्रकार बिल्कुल सुरक्षित नहीं है। जहां एक तरफ पत्रकार आम जनता की पीड़ा को आम जनमानस सहित शासन प्रशासन तक पहुंचाने का कार्य करते हैं और समाज की आवाज को बुलंद करने का कार्य करते हैं ठीक वही देश और समाज के सजग प्रहरी पत्रकारों पर अन्याय अत्याचार के होते रहते हैं। सबसे बड़ी चिंताजनक और अफसोस वाली बात यह है कि तत्कालीन थानाध्यक्ष त्रिवेणी लाल सेन पत्रकारों सहित तमाम पीड़ित व्यक्तियों को न्याय न देने व पीड़ितों पर फर्जी मुकदमे दर्ज करने की एक अनोखी मिसाल कायम की थी जिसका नतीजा रहा है कि पत्रकारों और आम पीड़ित व्यक्तियों को न्याय नहीं मिल पा रहा था। उसी क्रम में पत्रकार ब्रजेश उपाध्याय भी शामिल हैं।   शाहगंज तहसील क्षेत्र के पत्रकारों की टीम ने बृजेश उपाध्याय के मामले में एसडीएम से मुलाकात कर पत्रकार की समस्या से अवगत करवाना चाहा किंतु भेंट नहीं हो सकी। फोन पर वार्ता होने पर एसडीएम राजेश कुमार वर्मा ने उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। अगर दर दर पत्रकार  ऐसे ही भटकता रहा तो चौथा स्तम्भ खतरे में पड़ जायेगा  इस लिए सभी पत्रकार बन्धु को न्याय दिलाने के लिए  आगे आना चाहिए ।

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