*बौद्ध मंदिर कसेरुआ नहर के चौराहा पर सादगी से मनाई गई बाबा साहब की जयंती*
*लव सिंह गहलौत ने जयंती में आए हुए बच्चों को बांटा कापी और पेन*
*कार्यक्रम की शुरुआत डाक्टर लल्लन प्रसाद जी बाबा साहब और बौद्ध जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप जलाकर किया।*
दबे कुचले गरीबों, मजलूमों, शोषितों, अनुसूचित जातियों के हक अधिकार की आवाज थे भारतीय संविधान के निर्माता डाक्टर भीमराव अंबेडकर ।उन्होंने जीवन पर्यन्त दलितों के शिक्षा, हक अधिकार और सम्मान सुरक्षा की वकालत करते हुए भारतीय संविधान का निर्माण करके हमेशा के लिए अमर हो गए हैं ।
उक्त बातें लव सिंह गहलौत एडवोकेट ने शिवगढ़ ब्लाक अन्तर्गत बौद्ध मंदिर कसेरुआ नहर के चौराहा पर डाक्टर भीमराव अंबेडकर की 130 वीं जयंती के अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा।
गहलौत ने आगे बाबा साहब के मिशन शिक्षित हो को अपनाते हुए पढ़ने वाले बच्चों को कापी और पेन वितरित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रोफेसर डाक्टर सुरेश जी के पिता डाक्टर लल्लन प्रसाद गौतम ने बाबा साहब और गौतम बुद्ध जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप जलाकर किया।
इस अवसर,अजय गौतम, अभिषेक गौतम, आशीष गौतम, दिनेश गौतम सुशील गौतम, पप्पू गौतम, नन्हें श्रीवास्तव, राजू श्रीवास्तव, आदि लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट
ब्यूरो प्रतापगढ़ रमेश पासी
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