✍️संवाददाता
शिव कुमार प्रजापति
शाहगंज जौनपुर
जौनपुर समोधपुर - गांधी स्मारक पीजी कॉलेज समोधपुर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के छात्र और छात्राओं द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें विद्यालय के छात्रों और छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कॉलेज के प्राचार्य डॉ रणजीत पांडेय ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाना तभी सार्थक होगा जब सभी लोगों के मन में एक दूसरे के प्रति सहयोग की भावना होगी और यह भावना घर के भीतर तथा बाहर दोनों जगह समान रूप से होनी चाहिए। इसमें कोई छल कपट नही होना चाहिए प्राचार्य ने कहा कि महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना तभी उत्पन्न होगी जब संपूर्ण मानव जाति संस्कार युक्त होगी और उत्तम शिक्षा ग्रहण करेगी। उन्होंने छात्रों और छात्राओं को इस बात के लिए शपथ दिलाई कि किसी भी महिला या पुरुष के साथ उत्पीड़न नहीं करेंगे।डॉ पांडेय ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सभी महिलाओं को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ राकेश कुमार यादव ने बताया कि नवजागरण के बाद महिलाएं बेहतर कार्य कर रही हैं। सुखोई विमान हो, प्रशासनिक सेवाएं, राजनीति के साथ-साथ न्यायिक सेवाओं में भी योगदान देकर अपनी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाते हुए राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान देकर देश का गौरव विदेशों में भी बढ़ाने का कार्य कर रही हैं । आधुनिक युग में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा तथा कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। उन्होंने कहा कि लिंग भेद नहीं होना चाहिए। महिलाओं के लिए बहुत से कानून लागू किए गए हैं। विभिन्न योजनाएं जैसे योगी मिशन शक्ति अभियान, कन्या सुमंगला योजना निराश्रित महिला योजना, स्पॉन्सरशिप योजना आदि योजनाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं । डॉ राकेश कुमार यादव ने महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए कहा कि सभी छात्राएं घर जाकर अपने भाइयों को सीख दें कि सभी लड़कियों को बहन का रूप समझें जिससे सभ्य और स्वस्थ समाज का निर्माण होगा। डॉ अरविंद सिंह ने कहा किइतिहास में प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर 4000 से 5000 वर्ष पहले से ही महिलाओं की सुरक्षा पर कार्य होते आ रहे हैं। उन्होंने महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार और अपराध में वृद्धि का कारण समाज में संस्कार और शिक्षा का अभाव बताया। महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि महिलाओं की खरीद-फरोख्त भी अपराध को बढ़ावा दे रहा है। आजादी के बाद भारत में महिलाओं को कुछ अन्य देशों की अपेक्षा तमाम अधिकार जैसे राजनीतिक अधिकार, सामाजिक अधिकार आदि संविधान में मात्र 2 वर्षों बाद एक साथ प्रदान कर दिए गए । उन्होंने नारी सम्मान पर एक कविता पढ़कर छात्रों और छात्राओं को जागरूक किया। योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ अविनाश वर्मा ने कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन तृप्ति सिंह ने किया। कार्यक्रम में तनु सिंह, रंजना मौर्या, शिवानी यादव, वर्षा तिवारी, शिवांगी मिश्रा,ऋषा मिश्रा, वर्षा विश्वकर्मा, मोनी कुमारी आदि छात्राओं ने भी अपने भाषण तथा कविताएं जागरूकता कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिससे समाज में एक बदलाव देखने को मिले ।
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