✍️संवाददाता 
शिव कुमार प्रजापति 
        जौनपुर 



जौनपुर। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने युवाओं में चरित्र निर्माण और नैतिक विकास पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसी शिक्षा व्यर्थ है, जो चरित्र का निर्माण न करे, गलत का प्रतिकार करने की हिम्मत न दे। डिग्री और मेडल तो दीवारों पर टंग जाएंगे, लेकिन यह हिम्मत ही हमारे व्यक्तित्व की पहचान बनेगी। अपनी शिक्षा को सार्थक करें और समाज की कुरीतियों को दूर करने के लिए आगे आएं।


पूर्वांचल विवि के 24वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने बाल विवाह, कुपोषण, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या जैसी बुराइयों के खात्मे के लिए विवि और महाविद्यालयों से नेतृत्व करने की अपील की। कहा कि शिक्षण संस्थान सिर्फ प्रमाण पत्र देने तक खुद को न समेटें, समाज की बुराइयों को दूर करने के अभियान में भी आगे आएं। महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में हुए दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने बतौर कुलाधिपति विवि के स्नातक और परास्नातक के 73 मेधावियों को स्वर्ण पदक प्रदान किया। इसमें 46 छात्राएं और 27 छात्र शामिल रहे। इसके अलावा विभिन्न संकायों के 67 विद्यार्थियों को शोध उपाधि भी दी गई। परिषदीय विद्यालयों के 51 बच्चों को स्कूल बैग भेंट किया। मुख्य अतिथि रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विवि झांसी के कुलाधिपति प्रो. पंजाब सिंह ने युवाओं को देश की ताकत बताते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और उद्योग के क्षेत्र में सभी समूह को साथ लेकर राष्ट्र को उन्नति के पथ पर ले जाने को प्रेरित किया। कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने पिछले एक वर्ष में विवि की उपलब्धियों का विस्तार से उल्लेख किया। आगामी योजनाएं भी बताईं। समारोह में कुलसचिव महेंद्र कुमार, काशी विद्यापीठ के पूर्व कुलपति प्रो. एसएस कुशवाहा, पूविवि के पूर्व कुलपति प्रो. पीसी पातंजलि, डॉ रणविजय सिंह, डॉ बाल गोविंद सिंह, प्रो सुशील कुमार गौतम, प्रो आरएन खरवार आदि मौजूद रहे।

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