✍️संवाददाता 

शिव कुमार प्रजापति

     आजमगढ़ 

आजमगढ़ में आगनबांडी केंद्र मेजवां में पढ़ातीं राजकुमारी प्रजापति

बुजुर्गों ने कहा है कि मेहनत और ईमानदारी का फल ऊपर वाला कभी न कभी जरूर देता है। इस लिए कर्म करना चाहिए फल की  चिंता नहीं करनी चाहिए कुछ ऐसी ही जमीनी हकीकत है, मशहूर शायर व फिल्म गीतकार मरहूम कैफी आजमी के जनपद आजमगढ़ में पैतृक गांव मेजवां की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता राजकुमारी प्रजापति की।जो अपने हुनर मेहनत के बदौलत वह खुद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दे रही हैं। और  आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में बहुत ही लगन होती है राजकुमारी से प्रशिक्षण प्राप्त करने की 

  कुछ ऐसी ही कहानी है मशहूर शायर व फिल्म गीतकार मरहूम कैफी आजमी के पैतृक गांव मेजवां की जो जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) जाफरपुर में भी प्रशिक्षण दे चुकी हैं। सिने तारिका शबाना आजमी के चिकनकारी कार्यों की पत्रिका में भी राजकुमारी प्रजापति के कार्यों को फोटो के साथ दर्शाया जा चुका है 

 फूलपुर ब्लाक में कुल 252 आगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिसमें मेजवां की राजकुमारी प्रजापति का आगनबाड़ी केंद्र अपने अच्छे कार्यों के लिए विख्यात है । ब्लाक के सीडीपीओ जब भी केंद्र पर गए, सुसज्जित तरीके से संचालित पाया। पूर्व डीपीओ भी इनके कार्यों की सराहना कर चुके हैं। टीकाकरण, गोद भराई, अन्नप्राशन, जाकरूकता आदि कार्यों में मेजवां का केंद्र खरा उतरता है। बीएलओ का अच्छा कार्य करने के लिए तत्कालीन एसडीएम भी तहसील में सम्मानित कर चुके हैं। वर्तमान सीडीपीओ भी इनके कार्यों से संतुष्ट हैं। तत्कालीन डीएम  भी आगनबाड़ी केेंद्र के मेले को देख चुके हैं  मेजवां की राजकुमारी प्रजापति के कार्यों के कारण जनपद ही नहीं प्रदेश स्तर पर राजकुमारी प्रजापति की एक छोटे से गांव से शिक्षा जगत में अलख जगाना चर्चा का विषय बना रहता है और आज शिक्षाविद भी राजकुमारी को सैल्यूट करने के लिए तैयार रहते हैं

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