आखिर मात खा ही गया नैयर आलम, पुलिस ने किया गिरफ्तार
विदेश गए भूस्वामी की संपत्ति हड़पने का किया था प्रयास
✍️शिव कुमार प्रजापति
जौनपुर
जौनपुर इंग्लैंड में रह रहे भूस्वामी की संपत्ति फर्जी दस्तावेजों के जरिए हड़पने का प्रयास करने के आरोपित नैय्यर आलम को लाइनबाजार पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया।आरोपित की ओर से जमानत प्रार्थना पत्र दिया गया।सीजेएम कोर्ट ने जमानत याचिका निरस्त कर आरोपित को जेल भेज दिया।
सनद हो कि शहाबुद्दीन निवासी ग्राम सहाबे थाना शाहगंज ने तहरीर देकर आरोप लगाया था कि उसके रिश्तेदार वसी अहमद निवासी पाराकमाल खेतासराय इंग्लैंड में रहते हैं।कभी कभार यहां आते हैं।उनकी संपत्ति की देखरेख वे खुद बतौर मुक्तारेआम करता है।वसी अहमद के गांव का नैय्यर आलम फितरती व्यक्ति है।वसी अहमद की असरफपुर उसरहटा स्थित आराजी पर नैय्यर आलम हड़पने की कोशिश करता रहता है।मना करने पर जान से मारने की धमकी देता है। 14 दिसंबर 2020 को नैय्यर आलम अपने साथियों के साथ जमीन कब्जा करने आया।मना करने पर कहा कि समस्त आराजी पर मैंने अपना नाम चकबंदी अधिकारी के यहां से चढ़ावा लिया है।अब सम्पत्ति वसी अहमद की नहीं रह गई है।बल्कि हमारी है।
कागजातों की छानबीन करने पर पता चला कि नैय्यर आलम ने आराजी नंबर 45 के खाता संख्या 49 में स्थित आराजियात पर अपना नाम स्वयं फर्जी चकबंदी अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर व आदेश को कुछ सहयोगियों की सांठगांठ से करवा लिया है।अधिकारियों से पूछने पर पता चला कि किसी सक्षम अधिकारी द्वारा आदेश नहीं किया गया है।आराजी पर आज भी खसरा खतौनी व अन्य दस्तावेजों में वसी अहमद का नाम दर्ज है।नैय्यर आलम ने फर्जी आदेश बनाकर जमीन हड़पने की कोशिश किया।कई जगह साक्ष्य के रूप में उन कागजात का इस्तेमाल भी किया।
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